केश शिल्पियों ने CORONA वायरस के संकट के चलते प्रदेश के मुख्यमंत्री से आर्थिक राहत (पैकेज) की मांग

1 अप्रैल 2013 को म.प्र.के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सेन समाज (केश शिल्पियों) की महापंचायत बुलाकर उनके आर्थिक दुख दर्द को देखते हुये शासन की जनकल्याणकारी योजना में शामिल किया था जिससे कि केश शिल्पी आर्थिक संकट से उबर सके।

आज देश व प्रदेश में कोरोना वायरस की महामारी के चलते प्रदेश के सम्मानीय केश शिल्पी बंधुओं के ऊपर सबसे बडा आर्थिक संकट आन पड़ा है कि वे अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करें। आज भी प्रदेश में हमारे केश शिल्पियों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं कि वे अपने परिवार के लिये हफ्ते भर का रोजमर्रा का सामान घर में इकट्ठा रख सकें। उन्हें रोज ही अपने परिवार के पालन पोषण के लिये अपने ग्राम से निकलकर केश शिल्पी कार्य के लिये शहर आना पडता है। इसी तरह की कुछ स्थिति शहरी क्षेत्र की भी होती है। कोरोना वायरस के चलते परिवार की जीविका चलाना आजकल मुश्किल होता जा रहा है।

अतः माननीय मुख्यमंत्री जी से निवेदन है कि आप केश शिल्पी बंधुओं के परिवार के इस दर्द को पहले से भलीभांति बहुत ही करीब से जानते हैं और आप से केश शिल्पी बंधुओं को आर्थिक रूप से मदद कर उनके खाते में भी 10,000 की राशि डालने का निवेदन करते हैं। हमारे समस्त केश शिल्पी भाईयों के नाम, पता, मो.न. व खाता न.समस्त नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत व जनपद पंचायतों में दर्ज हैं।

दुकान मालिक न ले किराया - 
साथ ही यह है कि जिन केश शिल्पी भाइयो ने दुकान किराए पर ले रखी है, ऐसे कई मामले सामने आए है माननीय मुख्यमंत्री जी के कई वार अनुरोध करने पर की किराए दारों से किराया न लिया जावे फिर भी कई दुकानमालिक किराया मांग रहे, केश शिल्पियों की माननीय मुख्यमंत्री जी से अपील है कि ऐसे दुकान मालिको पर प्रशासन द्वारा तुरंत कार्यवाही की जावे जिससे आपदा के इस दौर में केशशिल्पकारों को जल्द से जल्द राहत मिल सके।