वन विभाग की जमीन को अपनी बताकर बिल्डर ने बेच दिया

GWALIOR: वन विभाग की जमीन को अपनी बताकर दो बिल्डरों ने पीडब्ल्यूडी कर्मचारी की पत्नी और दामाद से एग्रीमेंट कर 36 लाख रुपए ठग लिए। घटना वर्ष 2014 की है। जब जमीन पर निर्माण शुरू करने पहुंचे तो वन विभाग का अमला पहुंच गया और काम रुकवा दिया। इसके बाद बिल्डर से रुपए वापस मांगे, लेकिन उन्होंने देने से मना कर दिए। मामले की शिकायत थाटीपुर थाने में की। पुलिस ने जांच के बाद धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।

थाटीपुर थाना क्षेत्र स्थित सुरेश नगर निवासी देवराज गांधी पीडब्ल्यूडी में पदस्थ हैं। वर्ष 2014 में उन्हें बिल्डर विजयानंद और दलवीर सिंह ने थाटीपुर से लगे इलाके में एक जमीन दिखाई। जमीन उनको पसंद आई और उसके आधे प्लॉट का उन्होंने पत्नी प्रभा गांधी के नाम से एग्रीमेंट कर 18 लाख रुपए दे दिए। इसी समय देवराज के दामाद ने भी शेष जमीन को 18 लाख में खरीदा।

बिल्डर ने रजिस्ट्री भी कर दी। जब प्रभा व उनका दामाद जमीन पर निर्माण कार्य के लिए जेसीबी से सफाई कराने पहुंचे तो वहां वन विभाग की टीम पहुंच गई। इन्होंने काम रुकवा दिया। जिसके बाद पता लगा कि जमीन वन विभाग की है। पीड़ित ने बिल्डर से रुपए वापस मांगे, लेकिन वह आज कल कहकर टालने लगा। जब चार साल निकल गए तो पीड़ित ने थाटीपुर थाने में शिकायत की। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।