तीन माह से यात्री कर रहे थे चूहों की शिकायत, हो गया हादसा

GWALIOR: एपी एसी एक्सप्रेस के दो कोच बीते रोज बिरला नगर स्टेशन पर जलकर खाक हो गए। रेलवे की जांच रिपोर्ट आने में फिलहाल समय लगेगा, लेकिन पड़ताल में पता चला है कि एपी एसी एक्सप्रेस में पिछले तीन माह से चूहे परेशानी बने हुए थे। यात्री रेल मंत्री को ट्वीट कर इसकी शिकायत भी दर्ज करा चुके थे, इसके बाद भी समस्या हल नहीं हुई थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि रेलवे की यही लापरवाही इस बड़े हादसे का सबब बनी है। मुख्य संरक्षा अधिकारी का शॉर्ट सर्किट की आशंका जताना भी इसी तरफ इशारा कर रहा है।

रेलवे के लिए चूहे हमेशा से ही बड़ी समस्या रहे हैं, जिसको लेकर यात्री आमतौर पर शिकायत भी करते रहते हैं, लेकिन एपी एसी एक्सप्रेस में चूहों की शिकायत को गंभीरता से नहीं लेना रेलवे को काफी भारी पड़ गया है।ग्वालियर के उप स्टेशन बिरला नगर पर एपी एसी एक्सप्रेस के दो कोच आग में जलकर खाक होने की घटना की रेलवे अपने स्तर पर जांच कर रहा है। जब इस हादसे की पड़ताल शुरू की तो कुछ चौंकाने वाली जानकारियां सामने आई हैं। जिससे हादसे में रेलवे अधिकारियों की लापरवाही भी साफ दिखती है।

पड़ताल में पता चला कि एपी एसी एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 22416 में मार्च से मई के बीच चूहों को लेकर लगातार शिकायत की जा रही थी। यात्रियों ने रेल मंत्री को भी ट्वीट किया था, इसके बाद भी समस्या को हल करने में गंभीरता नहीं दिखाई गई। ऐसे में संभव है कि यही लापरवाही बड़े हादसे का कारण बन गई।

कब और किसने टि्वटर पर दर्ज कराई शिकायत:
अभय तिवारी: 22 मार्च को रेल मंत्री को ट्वीट कर बताया कि ट्रेन नंबर 22416 के बी-2 कोच में कुछ छोटे-छोटे चूहे परेशान कर रहे हैं।

रोहित लाड़सरिया: 23 मार्च को ट्वीट कर बताया कि मैंने ट्रेन नंबर 22416 एपी एसी एक्सप्रेस के बी-7 में सीट के नीचे चूहों को देखा है। कैटरिंग वालों का कहना है कि पेन्ट्री कार में भी बहुत चूहे हैं, जो परेशानी बने हुए हैं।

दीपक कौशिक: 9 मई को रेल मंत्री को किए ट्वीट में कहा है कि उन्होंने एपी एक्सप्रेस 22416 के बी-1 कोच में नई दिल्ली से यात्रा शुरू की है। कोच में काफी चूहे हैं, मेरे बैग में काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज हैं। इसलिए कर्मचारियों को भेजकर समस्या का निराकरण कराने की व्यवस्था की जाए।

पेन्ट्री कार के पास था कोच
ट्रेन की पेन्ट्री कार में खाने पीने का काफी सामान भरा रहता है, इसी वजह से यहां पर अक्सर चूहों की तादात काफी ज्यादा होती है। एपी एक्सप्रेस के बी-7 कोच के टॉयलेट से ही सबसे पहले धुआं उठता देखा गया है, आशंका है कि यहीं से आग दोनों कोचों में फैली है। बी-7 कोच के पास ही पेन्ट्री कार थी। पहले भी इस कोच में चूहों को लेकर यात्री शिकायत दर्ज करा ही चुके हैं। ऐसे में चूहों के वायरिंग क्षतिग्रस्त करने से शॉर्ट सर्किट की आशंका बढ़ जाती है।

जांच दल ने भी जताई शॉर्ट सर्किट की आशंका
मुख्य संरक्षा अधिकारी एसके कश्यप ने जांच के बाद प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका जताई है। उनका कहना है कि गड़बड़ी बी-7 कोच के टॉयलेट में पैनल या ऊपर के हिस्से में ही हुई है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं कहा जा सकता कि आग कैसे और क्यों लगी है। अभी तक की जांच में शॉर्ट सर्किट की आशंका अधिक दिखाई दे रही है।

इनका कहना है
यह ट्रेन हमारे डिवीजन से ओरीजनेट नहीं होती है। हमारे यहां से केवल पास होती है। ट्रेन में जो कुछ होना होता है वह ओरीजनेट स्थल से ही होता है। हमें यदि शिकायत मिलती है तो तत्काल कार्रवाई की जाती है।
मनोज सिंह, जनसंपर्क अधिकारी झांसी मंडल