ग्वालियर चंबल संभाग के सबसे पावरफुल और लोकप्रिय नेता श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया कोलारस में जाटव समाज के सम्मेलन को संबोधित करने के लिए आ रहे हैं। इस अवसर पर उनके ऐतिहासिक स्वागत की तैयारियां चल रही हैं परंतु कुछ सवाल भी हैं जो उनका इंतजार कर रहे हैं। सबसे ताजा सवाल यह है कि, नरवर की घटना पर मौन रहने के बाद श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया किस प्रकार से जाटव समाज से अपने परिवार के संबंध बताते हुए, उनके पूरे समर्थन की मांग कर पाएंगे। और दूसरा सवाल यह है कि क्या श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बता पाएंगे कि ऐसे क्या कारण रहे जो श्री बैजनाथ सिंह यादव सिंधिया परिवार से 25 साल पुराना रिश्ता तोड़ गए।
नरवर का मामला क्या है
बरखाड़ी गांव के दबंग लोगों ने अनुज जाटव व संतोष केवट नाम के दो युवकों को योजना बनाकर अपने गांव बुलाया। फिर दोनों युवकों पर गांव की एक लड़की के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाकर मारपीट की। दोनों का मुंह काला किया और जूते की माला पहना कर जुलूस निकाला। इस पूरी घटना का वीडियो भी वायरल हुआ है। आरोप यह भी लगाया गया है कि पीड़ित युवकों को मेला खिलाया गया।
यह बिल्कुल उतनी ही बड़ी और गंभीर घटना है जो सीधी में आदिवासी युवक के साथ हुई। वहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल सक्रिय होकर, ना केवल आरोपी की गिरफ्तारी करवाई, उसके घर पर बुलडोजर चलाया बल्कि स्वयं पीड़ित के घर पहुंचे और उसके पैर धोकर उससे क्षमा मांगी एवं उसकी प्रतिष्ठा स्थापित की। सरल सवाल यह है कि नरवर के मामले में श्रीमंत महाराज साहब ने क्या किया।