Case study for MBA marketing students
विवेक रंजन अग्निहोत्री, द कपिल शर्मा शो और द कश्मीर फाइल्स का मामला मार्केटिंग के स्टूडेंट्स के लिए एक ताजा और बेहतरीन केस स्टडी है। जब आपके पास प्रमोशन के लिए बहुत सारा पैसा ना हो तब भी आप किस तरह वह प्रमोशन प्राप्त कर सकते हैं जिसके लिए आपसे पहले तक लोगों ने करोड़ों रुपए खर्च किए हों। सही और गलत का निर्धारण अपन नहीं करेंगे। अपन तो केवल उस इनोवेटिव आइडिया पर डिस्कस करेंगे जिसका उपयोग विवेक अग्निहोत्री ने किया है।
विवेक रंजन अग्निहोत्री ने एक फिल्म बनाई "द कश्मीर फाइल्स" इस फिल्म अनुपम खेर और मिथुन चक्रवर्ती जैसे कलाकारों ने बड़ी भूमिका निभाई लेकिन फिल्म का बजट कम था। फिल्म को प्रमोशन की जरूरत थी। अपन सब जानते हैं कि कई बार फिल्म के प्रमोशन के लिए कुछ हंगामा किया जाता है। कुछ लोग फिल्म मेकर्स का विरोध करते हैं। देशभर में प्रदर्शन होते हैं। इस बहाने प्रमोशन भी हो जाता है। लेकिन विवेक अग्निहोत्री का केस इससे अलग है।
मीडिया की सुर्खियां बना हुआ है। यदि इस केस का एक्स-रे करेंगे तो पता चलेगा कि ग्रेटर नोएडा में रहने वाले एक क्रिएटिव पर्सनैलिटी ने इसकी शुरुआत की। विवेक अग्निहोत्री ने दिल्ली में हुए एक प्रदर्शन का वीडियो अपलोड करते हुए अतिथियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। फिर उस क्रिएटिव पर्सनालिटी ने सुझाव दिया कि आपकी फिल्म का प्रमोशन द कपिल शर्मा शो पर होना चाहिए।
प्रतिक्रिया में विवेक अग्निहोत्री ने लिखा कि मैं फैसला नहीं ले सकता कि कपिल शर्मा शो में किसे बुलाना चाहिए। ये पूरी तरह कपिल शर्मा और उनके प्रोड्यूसर पर निर्भर करता है। बॉलीवुड की बात करें तो एक बार मिस्टर बच्चन ने गाँधी परिवार के लिए कहा था- वो राजा हैं, हम रंक।
इसके बाद क्या हुआ और क्या हो रहा है, सब देख रहे हैं। एक बात जो मार्केटिंग के स्टूडेंट्स को दिखाई देती है, वह यह है कि द कपिल शर्मा शो के नाम पर फिल्म का प्रमोशन हो गया।
यह बिल्कुल नया है, फिल्मी खर्च का कोई विरोध नहीं हुआ। शो के दौरान कोई विवाद नहीं हुआ। देशभर में कोई प्रदर्शन नहीं। कपिल शर्मा और उनके प्रोड्यूसर से किसी ने रिक्वेस्ट तक नहीं की और द कपिल शर्मा शो के नाम पर पूरा प्रमोशन लूट डाला।