राज्य सभा सांसद की उपस्थिति में आजाद ने किया महिलाओं का सम्मान


आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष संतोष सोनी ने बताया कि महिला सशक्तिकरण दिवस पर माननीय राज्य सभा सांसद के मुख्य आथित्य, प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल की अध्यक्षता, जिला शिक्षा अधिकारी सुनीता बर्वे, रानी अवंती बाई प्राचार्य श्रीमती सोनी, बिंझिया प्राचार्य श्रीमती कल्पना नामदेव, एवं संभागीय अध्यक्ष डीके विश्वकर्मा के विशिष्ट आतिथ्य में महिला दिवस सम्मान समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में प्रांतीय पदाधिकारी संभागीय पदाधिकारी एवं संगठन के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

रानी अवंती बाई प्रांगण मे आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों महिलाओ को संबोधित करते हुए माननीय राज्य सभा सांसद श्रीमती संपतिया उइके ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनायें दी। अपने सम्बोधन मे राज्य सभा सांसद श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि महिला शक्ति राष्ट्र शक्ति है। अनादिकाल से महिलाओं की शक्ति के रूप में पूजा व अर्चना की जाती रही है। महिला समाज की मार्ग दर्शक के साथ ही प्रेरणा का स्त्रोत भी है। उन्होने कहा कि 8 मार्च दुनिया का इतिहास मे बेहद खास दिन है। यह दिन दुनिया की आधी आबादी के नाम समर्पित है। यह दिन समाज के उस बडे हिस्से के लिए महत्वपूर्ण है जिसके बिना संसार की कल्पना अधूरी रह जाती है। मै अन्तर्राष्टीय महिला दिवस के अवसर पर आप सभी लोगो का अभिनन्दन करती हूं। उन्होने कहा कि नारी को हमारे शास्त्रों मे देवतुल्य स्थान मिला है। इसलिए कहा गया है कि यत्र नार्यस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता यानि जहां नारियो की पूजा होती है वहां देवताओ का वास होता है। आप सोचिए जन्म देने के लिए मां, राखी बाधने के लिए बहन, कहानी सुनाने लिए दादी, जिद पूरी करने के लिए मौसी,खीर खिलाने के लिए मामी तथा साथ निभाने के लिए पत्नी चाहिए। जीवन के इन सभी महत्वपूर्ण रिश्तों के लिए महिला जरूरी है।

प्रांतीय अध्यक्ष भरत पटेल ने कहा कि हमारे समाज में महिला जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन के हर पहलू का आधार है, और अगर हम अपने आधार को मजबूत नही कर पाते तो हम कभी पूर्ण नही हो सकते। हमारे प्राचीन शास्त्रो मे भी नारी के महत्व को समझा गया है। इसलिए लिखा गया है अहिल्या द्रौपदी, तारा, कुंती मंदोदरी तथा, पंचकन्याः स्मरेतन्नित्यं महापातकनाशम् अर्थात अहिल्या, द्रोपदी, कुन्ती, तारा तथा मन्दोदरी इन पांच कन्याओं के स्मरण मात्र से सम्पूर्ण पापों का विनाश होता है। जिला अध्यक्ष संतोष सोनी ने कहा कि महिला उत्थान के लिए हमें भी कुछ रूढियों असमानताओ और अन्ध विश्वासो का विनाश करना होगा। हमें महिलाओ के बेहतर भविष्य के लिए उनका वर्तमान संवारना होगा, इसलिए बेटियो की सुरक्षा, शिक्षा, समृद्वि और सशक्तिकरण के लिए हमें अभी से कदम उठाने होंगे। मंडला में महिलाओं को प्रदेश स्तर पर प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलना चाहिए जिले एवं प्रदेश के विकास के लिए आज इसकी महती आवश्यकता है।

जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती सुनीता बर्वे ने कहा महिलाओ को जीवन मे कदम-कदम पर लैंगिंक भेदभाव का सामना करना पडता है, लेकिन अब समय बदल रहा है इसलिए आईये आज के दिन हम यह संकल्प ले कि किसी भी कीमत पर महिलाओ के साथ भेदभाव नही होने देंगे।

पुरानी पेंशन की रखी मांग

प्रांतीय अध्यक्ष एवं जिला अध्यक्ष सहित सभी कार्यकर्ताओं एवं महिला अध्यापकों ने राज्यसभा सांसद से गुहार लगाई कि मध्य प्रदेश सरकार को भी प्रदेश की अन्य सरकारों की भांति अध्यापक शिक्षक समुद्र के लिए पेंशन की व्यवस्था लागू करें जिस पर राज सभा सांसद ने माननीय मुख्यमंत्री से बात कर इसका समाधान निकालने की बात कही।

कार्यक्रम के अंत में उपस्थित समस्त मात्र शक्तियों को माननीय सांसद एवं प्रांत अध्यक्ष के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम मंच संचालन अखिलेश उपाध्याय किया एवं आभार प्रदर्शन आराधना कछवाहा एवं संजीव वर्मा ने किया।