जबलपुर। मध्यप्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने जारी विज्ञप्ति में बताया कि विश्वव्यापी आपदा (Covid-19) कोरोना वायरस का संक्रमण अपने चरम पर है, जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रही है, वहीं समाज एवं देश के दुश्मन, जीवन रक्षक दबाओं की काला बाजारी, नकली दवा, रेमडेसिविर इंजेक्शन का कारोबार बे रोक-टोक कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला विगत दिवस सामने आया जब शहर के बड़े अस्पताल संचालक का नकली इंजेक्शन के मामले में संलिप्ता पाई गई है। अस्पताल संचालक कितने समय से इस गोरख धंधे में लगा हुआ था, और उसके द्वारा कितने मरीजों को नकली रेमडेसिविर इंजेक्सन लगाये हैं जिससे उनकी मृत्यु हुई है? इस पूरी घटना की जांच सी.बी.आई. को सौंपते हुए, सिटी अस्पताल संचालक के विरूद्ध एन.एस.ए की कार्यवाही की हो तथा उसके एवं उसके परिवार की चल अचल संपत्ति कुर्क की जाना चाहिए।
संघ के योगेन्द्र दुबे, अर्वेन्द्र राजपूत, अवधेश तिवारी, नरेन्द्र दुबे, अटल उपाध्याय, गोविन्द विल्थरे, आलोक अग्निहोत्री, मुकेश सिंह, दुर्गेश पाण्डे, आशुतोष तिवारी, डॉ0 संदीप नेमा, रजनीश तिवारी, डी.डी.गुप्ता, पवन श्रीवास्तव, मनीष चौबे, तरूण पंचौली, नितिन अग्रवाल, नितिन शर्मा, श्यामनारायण तिवारी, प्रियांशु शुक्ला, मो0 तारिख, धीरेन्द्र सोनी, महेश कोरी मनीष लोहिया, प्रणव साहू, आदि ने माननीय मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव म.प्र.शासन को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजकर निष्पक्ष एवं गहन जांच कराकर समाज के दुश्मनों पर दण्डात्मक कार्यवाही की मांग की।