भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शासन से अनुबंधित कोविड सेंटर चिरायु अस्पताल का मैनेजमेंट संदेह की जद में आ गया है। मामला मध्य प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री अरविंद भदौरिया की पत्नी एवं बेटे का है जिनका फोटो कोरोना पॉजिटिव मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ वायरल हुआ था। इस फोटो पर जब सवाल उठे तो अस्पताल ने दोनों को कोरोना पॉजिटिव बता दिया। मजेदार बात यह है कि अस्पताल की रिपोर्ट आने से पहले ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें कोरोना पॉजिटिव बता दिया था।
जांच रिपोर्ट से पहले मुख्यमंत्री को कैसे पता चला
प्रदेश के सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया की पत्नी अर्चना कोरोना संक्रमित हैं, इसकी जानकारी रक्षाबंधन के दिन (3 अगस्त) को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को ट्वीट करके दी। मंत्री की पत्नी के साथ उनका बेटा भी अस्पताल में था। चौंकाने वाली बात यह है कि सोमवार को फोटो वायरल होने के बाद मंगलवार सुबह जारी हुई कोरोना पॉजिटिव मरीजों की सूची में दोनों के नाम दर्ज किए गए। सवाल यह है कि लैब की रिपोर्ट आने से पहले मुख्यमंत्री को कैसे पता चला कि दोनों कोरोना पॉजिटिव है और अस्पताल प्रबंधन कोरोना पॉजिटिव मरीजों के पास तक आम नागरिकों को पहुंचने ही क्यों दे रहा है।
मंत्री की पत्नी और बेटा रिपोर्ट आने से पहले ही अस्पताल में भर्ती कैसे हो गए
अब सवाल ये उठता है कि बिना रिपोर्ट आए मंत्री भदौरिया की पत्नी और बेटे को अस्पताल में कैसे भर्ती कर लिया गया। आम आदमी जहां रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद दिनभर एंबुलेंस का इंतजार करता रहता है। वहीं मंत्री की पत्नी और बेटे बिना रिपोर्ट के ही पहले से ही चिरायु के व्हीआईपी कोविड केयर वार्ड में भर्ती हो गए।
दोनों की रिपोर्ट 25 जुलाई को ही पॉजिटिव आ गई थी: मंत्री भदौरिया के सूत्रों ने कहा
मंत्री अरविंद भदौरिया के संक्रमित निकलने के बाद वे 23 जुलाई से चिरायु अस्पताल में भर्ती हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके बाद उनके परिवार के सैंपल लिए गए थे। पहली रिपोर्ट निगेटिव आने के बात फिर से क्रास सैंपल लिया गया। 25 जुलाई को मां-बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। इसके बाद दोनों को चिरायु अस्पातल में भर्ती करा दिया गया। इस बात की पुष्टि मंत्री के परिवार से जुड़े अन्य सूत्रों ने भी की है। उनका कहना है कि मंत्री और उनका परिवार तो कई दिन से अस्पताल में भर्ती है।
सिर्फ एक सवाल का जवाब नहीं मिल रहा
कैबिनेट मंत्री श्री अरविंद भदौरिया का परिवार उनके साथ अस्पताल में भर्ती है। इससे किसी को कोई आपत्ति नहीं है। उनके परिवारिक सूत्रों ने बताया था कि अरविंद भदौरिया के पुत्र और पत्नी भी पॉजिटिव पाए गए हैं। सबने मान भी लिया था। सवाल सिर्फ यह है कि मंगलवार दिनांक 4 अगस्त 2020 की रिपोर्ट में दोनों के नाम क्यों दर्ज किए गए। जबकि इनके नाम तो 25 जुलाई 2020 की रिपोर्ट में दर्ज मिलने चाहिए।
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