मोहन सरकार अतिथि विद्वानों के निर्णय में हो रही विफल - MP NEWS

आज हम विद्यालय में कार्यरत अतिथि शिक्षक और महाविद्यालय में कार्यरत अतिथि विद्वानों के बारे में बताने जा रहें हैं जिसमे दोनो ही वर्ग पूर्व मुख्यमंत्री माननीय शिवराज सिंह चौहान द्वारा अतिथि विद्वान और अतिथि शिक्षकों के लिए महापंचायत में की गई घोषणाओं को विभाग द्वारा अभी तक आदेश जारी नही किए गए हैं आइए विस्तार से चर्चा करते हैं:

अतिथि विद्वान- पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान मुख्यमंत्री माननीय मोहन यादव जी द्वारा अतिथि विद्वानों की महापंचायत में घोषणा की गई थी की अतिथि विद्वानों को मासिक वेतन 50 हजार रूपए प्रति माह दिया जायेगा और इनको 65 वर्ष की आयु तक निकाला नहीं जायेगा साथ ही 16 सितंबर 2023 को शिवराज केबिनेट बैठक में निर्णय लिया गया कि अतिथि विद्वानों को 50 हजार रुपए प्रति माह और 65 वर्ष की आयु तक निकाला नही जायेगा जिसका वीडियो उप मुख्यमंत्री माननीय शुक्ला जी के द्वारा बताया गया है। लेकिन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अतिथि विद्वानों को 50 हजार रूपए मासिक न देकर 2000 रुपए प्रति दिन के हिसाब से दिया जा रहा है।

अतिथि शिक्षक - अब बात करते हैं स्कूल में कार्यरत अतिथि शिक्षकों की जिसमे 2 सितंबर 2023 को महापंचायत में निम्न घोषणाएं की गई अतिथि शिक्षकों को वर्ग 1,2,3 क्रमश: 18 हजार, 14हजार और 10 हजार रूपए प्रति माह दिया जाएगा। शिक्षक भर्ती में 50%आरक्षण और 20 अंक बोनस के दिए जायेंगे। अतिथि शिक्षकों की गुरुजी की तरह विभागीय परीक्षा ली जाएगी। किंतु स्कूल शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण अतिथि शिक्षको को 50% आरक्षण और 20 अंक बोनस के आदेश जारी नही किए गए हैं।

अब देखना ये है कि क्या माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव जी इनकी ही सरकार द्वारा किए गए वादे पूरे करते हैं या नहीं जबकि अतिथि विद्वानों की महापंचायत में इनके अथक प्रयास से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।