अधिवक्ता गोलमेज सम्मेलन- तीन राज्यों सहित प्रदेश के लगभग 40 जिलों के अधिवक्ताओं ने लिया भाग

न्यायपालिका मे पिछड़े वर्ग क़ी अनुपाति भागीदारी  सुनिश्चित करने जबलपुर मे अधिवकताओ एवं सामाजिक संगठनों का 26/8/23 को गोलमेज सम्मेलन  का  डीएसएम कॉलेज जबलपुर मे आयोजन किया गया था जिसमे प्रदेश के 40 जिलों से तथा तीन राज्यों के अधिवक्ताओ तथा सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया, मम्मलेन मे ओबीसी एडवोकेट्स के अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर एवं विनायक प्रसाद शाह ने भारत के समस्त हाईकोर्ट के न्यायधीश गणों क़ी नियुक्तियों मे पिछड़ा वर्ग के न्यायमूर्तियों  क़ी जानकारी दी गई तथा न्यायिक आयोग के गठन पर जोर दिया विशिष्ट अतिथि श्री फूलचंद पालीवाल ने कहा क़ी न्यायपालिका मे भागीदारी हेतु सर्व प्रथम शासकीय अधिवक्ताओ मे पिछड़ा वर्ग के मेरिटोरियस अधिवक्ताओ रूप मे नियुक्ति होना आवश्यक हैं तथा न्यायिक आयोग के गठन किए जाने पर बल दिया गया.

नरसिंहपुर से जगदीश पटेल ने कहा क़ी न्यायपालिका मे कालेजियाम सिस्टम समाप्त होना चाहिए, कार्यक्रम क़ी अध्यक्षता कर रहे श्री महेन्द्र सिंह  पूर्व जिलाधीश ने कहा क़ी न्यायिक आयोग  क़ी स्थापना किया जाना आवश्यक हैं एवं जिस प्रकार संघ लोक सेवा आयोग द्वारा प्रशासनिक अधिकारियो क़ी नियुक्ति क़ी जाती हैं ठीक उसी प्रकार हाईकोर्ट जजों की नियुक्तियां न्यायिक आयोग के माध्यम से की जाना चाहिए तथा समाज के सभी वर्गों की संख्या के अनुपात मे न्यायधीशणो स्वीकृत पदों को आरक्षित होना चाहिए! 

हाईकोर्ट बार के पूर्व अध्यक्ष एड.रमन पटेल ने कहा क़ी जिस प्रकार निम्न न्यायलयो मे आरक्षण हैं ठीक इसी अनुपात मे हायर ज्यूडिशरी  मे भी होना आवश्यक हैं ! उदय कुमार ने कहा क़ी  न्यायपालिका मे पिछड़े वर्ग के जजों का पर्याप्त प्रतिनिधितव न होने से ओबीसी/एस सी /एस टी के हितो मे शासन द्वारा बनाए गई नीतियों को न्यायपालिका द्वारा  स्टे कर दिया जाता हैं तथा उक्त वर्ग को  सामाजिक न्याय से बंचित कर दिया जाता हैं  इसलिए न्यायपालिका मे  सभी  वर्गों का समनपातिक भागीदारी  आवश्यक हैं ! कर्यक्रम मे अधिवक्ता परमानन्द साहू,आर जी वर्मा, रामकिशोर यादव,तीरथ जायसवाल,राजमणि सिंगरोल,शिवनाथ,राजेंद्र गुप्ता,लखपति किरार,मौसम पासी,विष्णु पटेल,राकेश सिंह,नोकेलाल प्रजापति,पूरन लोधी,सूरज जायसवाल,ओमप्रकाश पटेल,दिनेश सिंह चौहान सहित 155 अधिवक्ताओ ने भाग लिया कर्यक्रम का संचालन अधिवक्ता रामेश्वर सिंह ठाकुर ने किया !