मध्य प्रदेश। आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष के सी पवार ने बताया की प्रदेश में स्कूल अतिथि शिक्षकों की स्थिति अत्यंत दयनीय है। जो विगत 14 -15 वर्षों से लगातार प्रदेश के शासकीय स्कूलों में अल्प मानदेय पर अपनी सेवा पूर्ण निष्ठा लगन व ईमानदारी के साथ देते हुये अपने कर्तव्य का निर्वहन करते आ रहे हैं। हमें प्रतिमाह मानदेय वर्ग -03 को 5000 वर्ग -02 को 7000 वर्ग -01 को 9000 रुपये मात्र दिया जाता है। जिसमें से शासकीय छुट्टियों के साथ-साथ राष्ट्रीय त्योहारों जैसे 15 अगस्त और 26 जनवरी के साथ ही अन्य त्योहारों का मानदेय भी काट लिया जाता है। इस तरह हमें उपरोक्त मासिक मानदेय में से भी कम मानदेय दिया जाता है। जिसमें हमें अपने परिवारों का भरण-पोषण करना भी मुश्किल होता है।
साथ ही संघ के प्रदेश महासचिव संतोष कहार ने बताया की हमने अपने भविष्य को सुरक्षित कराने हेतु प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान जी के साथ-साथ शासन - प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराने समय-समय पर 14-15 वर्षों से लगातार ब्लॉक स्तर, जिला स्तर और प्रदेश स्तर पर भोपाल में हजारों बार धरना प्रदर्शन /क्रमिक भूख हड़ताल /आमरण अनशन/ पैदल मार्च /तिरंगा यात्रा/ चक्का जाम/ जेल भरो आंदोलन इत्यादि के माध्यम से प्रदेश के मुखिया सहित शासन - प्रशासन को अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन दिया और अपनी जायज मांगों को पूरी कराना चाहा किंतु आज दिनांक तक सरकार ने हमारी ओर ध्यान आकर्षित नहीं किया और ना ही आज तक हमारे पक्ष में कोई ठोस नीति बनाकर उचित कार्यवाही की जिससे हमारा भविष्य सुरक्षित हो सके। हमें आज तक सिर्फ और सिर्फ प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, विधायक और अन्य नेताओं से केवल आश्वासन मात्र विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कराने का मिला है। जिसमें 12 नवंबर 2021 को स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नसरुल्लागंज में अतिथि शिक्षकों से विभागीय पात्रता परीक्षा देने को कहा और इसके पूर्व भी कई मंचों से उक्त घोषणा मुख्यमंत्री जी द्वारा की गई किंतु आज तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके बाद भी आजाद स्कूल अतिथि शिक्षक संघ मध्य प्रदेश और प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक/शिक्षिका आस लगाये बैठे हैं कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर हमें आशा ही नहीं पूर्ण विश्वास है। कि वह सर्वहारा वर्ग के मुख्यमंत्री हैं उन्होंने प्रदेश के सभी वर्गों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए सभी की जायज मांगों को पूर्ण किया है। तो वह प्रदेश की स्कूल अतिथि शिक्षकों को भी निराश नहीं करेंगे और हमारी जायज मांग को दृष्टिगत रखते हुए अति शीघ्र कार्यानुभव के आधार पर स्कूल अतिथि शिक्षकों की विभागीय पात्रता परीक्षा आयोजित कराने उचित कार्यवाही कर आदेश जारी करेंगे और प्रदेश के हजारों स्कूली अतिथि शिक्षकों का भविष्य सुरक्षित करेंगे। इन्हीं आशाओं के साथ आपके आदेश की प्रतीक्षा में प्रदेश अध्यक्ष के सी पवार, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष बीएम खान, प्रदेश महासचिव संतोष कहार, मीडिया प्रभारी मनोज सक्सेना, उपाध्यक्ष मुकेश रघुवंशी, कोषाध्यक्ष सादिक खान,राकेश खंडेलवाल सुनील विश्वकर्मा और प्रदेश के हजारों अतिथि शिक्षक आपसे आशा और उम्मीद लगाए बैठे हैं।