ATITHI SHIKSHAKON ने व्यापमं से परीक्षा लेने पर जताया विरोध

छतरपुर। सँयुक्त अतिथि शिक्षक संघ जिला छतरपुर के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा के निर्देशन में जिले के प्रभारी मंत्री श्री बृजेंद्र सिंह राठौर वाणिज्य कर मंत्री जी से मिले और कांग्रेस द्वारा वचनपत्र में व्यापमं को बंद करने साथ ही अतिथि शिक्षको को नियमित करने की बात याद कराई। 

संघ के प्रेदेश कार्यकारी छतरपुर जिले के अध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा ने बताया कि कांग्रेस ने बचनपत्र में लिखा था ब्यपाम को बंद किया जाएगा अभी मुख्यमंत्री जी गृहमंत्री जी व कानून मंत्री जी ने कहा भी था ब्यापम कलंकित है इसको बंद करेंगे इससे कोई परीक्षा नही होगी ,तो फिर व्यापमं से परीक्षा क्यों ली जा रही है ?

संघ के अध्यक्ष राजकुमार कुशवाहा ने कहा कि हम परीक्षा व भर्ती का बिरोध बिल्कुल नही करते सरकार परीक्षा ले भर्ती करे लेकिन ब्यपाम से नही ,अपने वादे अनुसार नई संस्था गठित करे उसके पूर्व अतिथिशिक्षको को नियमित करे फिर परीक्षा ले जिस ब्यपाम में हजारों की जाने गई हजारों अभ्यर्थी जेल गए जिस ब्यपाम को कांग्रेस ने कलंकित कहा था और बन्द करने की घोषणा की थी उसी से परीक्षा लेने का क्या मतलब इससे तो स्पस्ट होता है कांग्रेस अपने बचनपत्र पर अटल नही है। 

संघ के अध्यक्ष ने बताया कि विधानसभा चुनाव पूर्व प्रेदेश के मुख्यमंत्री माननीय कमलनाथ जी के समक्ष समस्त जिलाध्यक्षो की उपस्थिति में अतिथि शिक्षकों ने खुलकर समर्थन किया था माननीय कमलनाथ जी ने बचन पत्र के साथ मीडिया के सामने प्रेसकांफ्रेस में भी कहा था गुरु जी तर्ज पर अतिथिशिक्षको को नियमित किया जाएगा, जिसके फलस्वरूप हमारे अतिथि शिक्षको ने सभी विधानसभाओ में जमीनीस्तर पर प्रचार प्रसार किया यात्राये निकाली कांग्रेस का खुला समर्थन दिया जिसकी प्रताड़ना भी हमारे साथियों को झेलनी पड़ी हमारे कई साथियों को प्रिंसीपलो अधिकारियों ने भाई भतीजेवाद के चलते बाहर किया गया। 

जो काम बीजेपी कर रही थी वही काम कांग्रेस कर रही है सरकारी स्कूल बंद करने एक साला एक परिसर व अतिथि शिक्षकों को ऑनलाइन भर्ती में अनुभव का लाभ बरिययता नही दिए जाने पोर्टल बिंगतिया पद संसोधन नही किये जाने से पुराने अतिथि शिक्षक बाहर हो रहे हैं छात्रों का नुकसान हो रहा है। 

अतिथि शिक्षको ने स्पस्ट कहा विधानसभा चुनाव पूर्व कहे गए वादे पर अटल रहे कांग्रेस सरकार पहले अतिथिशिक्षको को स्थाई करे नीति बनाये हमारे सभी अतिथिशिक्षको के साथ न्याय करे इसके बाद भर्ती करे अन्यथा विधानसभा चुनाव में बीजेपी अतिथि शिक्षको की ताकत देख चुकी यदि लोकसभा चुनाव के पूर्व अतिथि शिक्षको हित मे आदेश नही आये तो कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में गम्भीर परिणाम देखने होंगे।

यदि अतिथि शिक्षकों के आदेश हो जाते हैं तो पुनः हम खुलकर प्रचार करेंगे समर्थन देंगे mp की सभी सीटों पर जीत दिलाएंगे। साथ ही अतिथि शिक्षको का अल्टीमेटम भी है यदि ब्यपाम से परीक्षा होती है उसके पहले अतिथि शिक्षको का निराकरण नही होता तो सभी जिलो में अतिथिशिक्षक सड़कों पर उतरने में बाध्य होंगे। प्रलय व निर्माण शिक्षक की गोद मे पलता है।