बासमती चावल हाईपावर कमेटी में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व होः गुर्जर

BHOPAL: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और श्री बंशीलाल गुर्जर ने केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह को पत्र लिखकर मध्यप्रदेश में बासमती चावल के उत्पादन और व्यावसायिक उद्यम को मान्यता प्रदान कर जीआई टेग दिए जाने के लिए नियुक्त हाईपावर कमेटी में मध्यप्रदेश को तकनीकी प्रतिनिधित्व दिए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के नर्मदा अंचल, बालाघाट, रायसेन में पांच छः दशकों से बासमती की काश्त व्यावसायिक प्रयोजन से किया जा रहा है जिसके प्रमाण प्रमाणित रूप से प्रस्तुत करने की तैयार मध्यप्रदेश ने तैयारी कर ली है। मध्यप्रदेश का बासमती चांवल अन्य प्रदेश खरीद कर निर्यात करते है और मध्यप्रदेश के बासमती चावल उत्पादक उन्हें टेग न होने के कारण आर्थिक शोषण का शिकार बन रहे है।

श्री गुर्जर ने कहा कि पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति और एपीडा के अध्यक्ष को हाईपावर कमेटी में प्रधानता से मनोनीत किया है। जबकि इनके विरोध के कारण ही मध्यप्रदेश की आवाज दबाई गयी है और विवश होकर चेन्नई हाईकोर्ट से मध्यप्रदेश को स्थगन आदेश प्राप्त करना पडा है। मध्यप्रदेश के ग्वालियर कृषि विश्व विद्यालय के कुलपति को इस कमेटी में शामिल किया गया है तथापि मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व अपर्याप्त है।

श्री गुर्जर ने केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री राधामोहन सिंह को लिखे ज्ञापन में निवेदन किया है कि हाईपावर कमेटी में मध्यप्रदेश को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया जाए, जिससे मध्यप्रदेश द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे सबूतों को प्रामाणिक रूप से मान्य किया जाए। आईसीएआर द्वारा गठित कमेटी में मध्यप्रदेश में बासमती के अध्ययन की जरूरत देखते हुए मध्यप्रदेश का पक्ष समग्रता से समझने के लिए तुरंत कमेटी को समग्रता प्रदान करें।