उपजातियों को जनजाति में शामिल कराने माझी समुदाय देगा धरना,1 जून से 3 जून तक शाहजहांनी पार्क में होगा धरना

BHOPAL: मप्र माझी जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति अपनी उपजातियां धीवर, कहार, भोई, मल्लाह, केवट, निषाद आदि जातियों को जनजाति में शामिल कराने की मांग को लेकर राजधानी भोपाल के शाहजहांनी पार्क में तीन दिवसीय धरना देगा। मोर्चे के प्रदेशाध्यक्ष अध्यक्ष केशव माझी ने अप्सरा रेस्टारेंट में आयोजित पत्रकारवार्ता में बताया कि धरना शाहजहानी पार्क मे 1 जून को सुबह 10 बजे शुरु होगा यह प्रतिदिन शाम को 5 बजे तक चलेगा। धऱना स्थल संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी भूख हडताल पर बैठेंगे। हडताल के तीसरे दिन माझी समुदाय और उपजातियों के लोग बडी संख्या में धरना स्थल पर एकत्रित होकर मुख्यमंत्री निवास तक रैली निकालेंगे। रैली के बाद मुख्यमंत्री को उपजातियों को जनजाति में शामिल कराने की अनुशंसा केन्द्र सरकार को भेजने के लिए ज्ञापन दिया जायेगा। केशव माझी ने आरोप लगाते हुए कहा कि आदिम जाति अनुसंधान संस्थान द्वारा माझी जनजाति की उपजातियों को दूसरी जातियां अथवा व्यवसायिक जातियां बताकर समुदाय के संवैधानिक अधिकारो को अनावश्यक रुप से रोका गया है। इससे समाज में घोर असंतोष व्याप्त है। 

ये है मांग –
1- माझी जनजाति समुदाय की उपजातियों धीवर, केवट, कहार, भोई, मल्लाह, निषाद आदि जातियो को पिछडा वर्ग अनुसूची से विलोपित कर भारतीय संविधान अनुच्छेद 342 के प्रावधान के तहत कैबिनेट में निर्णय लेकर स्पष्ट अनुशंशा भारत सरकार को की जावे।

2- शैक्षणिक संस्थाओं शासकीय सेवाओं के नियोजित माझी प्रमाण पत्र धारी व्यक्तियों के खिलाफ की जार रही समस्त कार्यवाही तत्काल प्रभाव से स्थगित की जावे और राज्य शासन के समस्त विभागों के अधिकारियों को इस संबंध में भी निर्देश जारी किये जावे कि किसी भी तरह की कार्यवाही माझी जनजाति के लोगों के खिलाफ न की जावे और एक माह के अंदर समस्याओं का निराकरण किया जाये।

पत्रकारवार्ता में ये हुए शामिल-
केशव माझी प्रदेश अध्यक्ष, टीकाराम रायकवार प्रदेश संयोजक, मुन्नालाल मांझी (ग्वालियर), मुकेश रायकवार (रायसेन), मूरत सिंह कीर (भोपाल), सुंदरलाल रायकवार (छतरपुर), चन्द्र शेखर रायकवार, डॉ इंदर सिंह केवट विदिशा, गोपाल रायकवार सीहोर, एलएम सोंधिया भोपाल, रमेश चौरसिया, गणेश प्रसाद नवरंग सागर, बनवारी रायकवार, प्रीतम बाथम इंदौर, अनिल रैकवार निमाडी, जगदीश बाथम, राजेश बाथम, कल्याण बाथम, आनंद रैकवार सहित बडी संख्या में माझी जनजाति संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी शामिल हुए।