भोपाल। एक बड़े प्रतिष्ठित मिडिया समूह से जुड़े पत्रकार शर्मा जी ने आज एक ऐसी शर्मनाक हरकत की है जिसके चलते आमजनता के जीवन से खिलवाड़ तो किया ही गया साथ ही कोरोना जैसे आत्मघाती वायरस के प्रकोप मैं भी जिम्मेदारी से अपनी ड्यूटी निभा रहे शासकीय कर्मचारियों के मनोभाव पर प्रतिकूल असर पड़ा है।
मामला कुछ इस प्रकार है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित रहे पत्रकार वीरेंद्र शर्मा कोरोना के संदिग्ध लोगों मैं शामिल है ओर उन्हें आगामी 14 दिनों तक स्वयं को सेल्फ क्वारेंटाईन मैं रखना है। शासन के निर्देशानुसार आज निगरानी दल जब उनके चार इमली स्थित घर पर कोरोना संदिग्ध कोविड-19 (Do Not Visit) डू नाट विजीट का पर्चा चस्पा करने गया तो उन्होंने दल के साथ बदतमीजी करते हुए पर्चा चिपकाने नहीं दिया ओर अपने इस शर्मनाक कृत्य का स्वयं वीडियो बनाकर वायरल किया।
अपर कलेक्टर द्वारा गठित उक्त दल में नगर निगम कर्मचारी, पटवारी ओर वार्ड प्रभारी थे। ऐसा जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकत सर्वथा निंदनीय है। ऐसे लोगों के खिलाफ धारा 188 का मामला दर्ज होना चाहिए।
मामला कुछ इस प्रकार है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में उपस्थित रहे पत्रकार वीरेंद्र शर्मा कोरोना के संदिग्ध लोगों मैं शामिल है ओर उन्हें आगामी 14 दिनों तक स्वयं को सेल्फ क्वारेंटाईन मैं रखना है। शासन के निर्देशानुसार आज निगरानी दल जब उनके चार इमली स्थित घर पर कोरोना संदिग्ध कोविड-19 (Do Not Visit) डू नाट विजीट का पर्चा चस्पा करने गया तो उन्होंने दल के साथ बदतमीजी करते हुए पर्चा चिपकाने नहीं दिया ओर अपने इस शर्मनाक कृत्य का स्वयं वीडियो बनाकर वायरल किया।
अपर कलेक्टर द्वारा गठित उक्त दल में नगर निगम कर्मचारी, पटवारी ओर वार्ड प्रभारी थे। ऐसा जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकत सर्वथा निंदनीय है। ऐसे लोगों के खिलाफ धारा 188 का मामला दर्ज होना चाहिए।