देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में सीईटी के दो हजार फॉर्म निरस्त

INDORE: विभागों में एडमिशन के लिए होने वाले कॉमन एंट्रेस टेस्ट (सीईटी) के करीब दो हजार फॉर्म निरस्त कर दिए गए। अधिकारियों की माने तो छात्रों ने फॉर्म में सही जानकारी और फीस जमा नहीं भरी थी। ज्यादातर छात्रों के नाम और जन्मतिथि में गड़बड़ी पाई गई, जबकि 120 ऐसे फॉर्म मिले, जिनमें छात्रों ने फीस ऑनलाइन जमा नहीं की है। 

आईएमएस, आईआईपीएस, ईएमआरसी, लॉ, कॉमर्स, इकोनॉमिक्स, फॉर्मेसी, बायो टेक्नोलॉजी, इलेक्ट्रॉनिक्स, डाटा साइंस समेत दो अन्य विभागों से संचालित 48 कोर्स में एडमिशन को लेकर 22 मई को परीक्षा होगी। 2630 सीटों के लिए करीब 15900 आवेदन आए हैं। इनमें 1356 विद्यार्थी दो-दो ग्रुप की परीक्षा देंगे। इस लिहाज से 17196 छात्रों को रोल नंबर जारी किए जाएंगे। जबकि अधूरे फॉर्म की संख्या दो हजार बताई जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक अधूरे फॉर्म होने के बाद कुछ छात्रों ने नए ईमेल आईडी से दूसरा फॉर्म भी जमा किया है। सीईटी चेयरमैन डॉ. अनिल कुमार गर्ग ने बताया 132 छात्रों ने फॉर्म की प्रक्रिया पूरी कर ली थी, लेकिन फीस जमा नहीं की। इन्हें संपर्क कर 14 मई तक फीस भरने को कहा था। इनमें से कुछ ही छात्रों ने राशि जमा करवाई है।

कम हुआ परीक्षा का बजट
सीईटी के लिए इस बार विवि ने बजट कम कर दिया है। 26 सेंटरों पर परीक्षा करवाने, रिजल्ट और काउंसलिंग को लेकर 90 लाख रुपए आंवटित किए गए हैं। जबकि पिछले साल 1.10 करोड़ रुपए मंजूर हुए थे। मगर सीईटी पर सिर्फ 65 लाख रुपए खर्च किए गए थे।