12वीं के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को 75% पर लैपटॉप और 84.90% को कुछ भी नहीं मिल रहा

INDORE: 12वीं के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों की सोमवार से कॅरियर काउंसलिंग शुरू हुई। पहले दिन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उनके सवालों के जवाब दिए। लाइव बातचीत के दौरान कुछ छात्रों ने सवाल उठाया कि अजा-जजा विद्यार्थियों को 75 प्रतिशत पर लैपटॉप और मेधावी योजना का लाभ दिया जा रहा है जबकि हमें 84.90 प्रतिशत अंक में भी कुछ नहीं मिल रहा। छात्रों के इस सवाल पर सीएम ने मन को उदार और समर्पण भाव रखने की सलाह दी।  

गौरतलब है कि मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत अजा-जजा वर्ग के छात्रों के लिए 75 प्रतिशत जबकि सामान्य व अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 85 प्रतिशत मापदंड रखा गया है। जिन विद्यार्थियों के 85 प्रतिशत में एक या दो नंबर कम पड़ गए हैं उन्हें यह काफी अखर रहा है। सोमवार को 'हम छू लेंगे आसमान' कार्यक्रम के तहत जब विद्यार्थियों का सीएम से लाइव कार्यक्रम में आमना-सामना हुआ तो उन्होंने पीड़ा जाहिर की। हालांकि ये विद्यार्थी भोपाल के थे। विद्यार्थियों के ऐसे सवालों से सीएम भी असहज हो गए । उन्होंने मन को उदार रखने की सलाह देते हुए अगला प्रश्न करने के लिए कह दिया। इधर इंदौर में शासकीय उत्कृष्ट स्कूल, अहिल्याश्रम क्रमांक 1 व 2, शारदा कन्या हासे स्कूल और राऊ, महू, देपालपुर, सांवेर के उत्कृष्ट स्कूलों में काउंसलिंग कार्यक्रम हुए।

इंदौर में आधे विद्यार्थी भी नहीं हुए शामिल
इंदौर जिले में कुल छह हजार विद्यार्थियों को 12वीं में 70 प्रतिशत से ज्यादा अंक हासिल हुए हैं। उन्हें काउंसलिंग में शामिल होना था लेकिन सोमवार को बमुश्किल दो हजार विद्यार्थियों ने शिरकत की। शिक्षकों का कहना है ज्यादातर विद्यार्थी पहले ही अपना क्षेत्र चयन कर कोचिंग क्लास जॉइन कर चुके हैं। कई विद्यार्थी शहर से बाहर होने के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। 30 मई तक लगातार काउंसलिंग कार्यक्रम जारी रहेगा। यहां से भी 84 प्रतिशत अंक वाले विद्यार्थियों ने सीएम के नाम पत्र लिखा है। उत्कृष्ट बाल विनय मंदिर में संयुक्त संचालक जेके शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी सीके शर्मा, प्राचार्य व बीईओ विजया शर्मा, व्याख्यता डॉ. संगीता विनायका उपस्थित थीं।

50 तरह के विकल्प बताए जा रहे विद्यार्थियों को
काउंसलिंग में विद्यार्थियों को भविष्य में कॅरियर बनाने के लिए 50 तरह के विकल्प बताए जा रहे हैं। अगर नीट, क्लेट, केटा, जेईई या अन्य किसी प्रतियोगी परीक्षा में विद्यार्थी का चयन नहीं भी हुआ तो उन्हें अन्य विकल्प बताए जा रहे हैं। कला, विज्ञान, गणित, सामाजिक, राजनीतिक, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, प्रोडक्शन आदि क्षेत्रों में विद्यार्थियों को रास्ते बताए जा रहे हैं।