खेलो इण्डिया यूथ गेम्स 2023 - मध्यप्रदेश की बालिकाओं ने फुटबॉल में इतिहास रचा

खरगोन।
एक फरवरी 2023 से बालाघाट में प्रारम्भ हुई खेलो इण्डिया यूथ गेम्स के बालिका वर्ग फुटबॉल में मध्यप्रदेश की टीम ने इतिहास रच दिया है । जिला फुटबॉल संघ के सचिव वाहिद खान ने जानकारी देते हुवे बताया की भारत सरकार का देश के खिलाड़ियों को राष्ट्रिय स्तर पर की पहचान दिलाने के लिए खेलो इंडिया यूथ गेम्स योजना शुरू करना देश के खिलाड़ियों के लिए बहुत अच्छा प्लेटफार्म है । 

इस राष्ट्रीय स्पर्धा में हमारे जिले के सोशल वारियर फुटबॉल क्लब की दो बेटिया नंदनी सोलंकी और हर्षाली दहारे ने एमपी टीम में चयनित होकर प्रतियोगिता में अपनी टीम के लिए उत्कृष्ठ प्रदर्शन करते हुवे कास्य पदक जीत कर खरगोन जिले का नाम रोशन किया है । एमपी टीम की मिडफील्डर नंदिनी सोलंकी अविसंस स्कूल में कक्षा 11 में वाणिज्य संकाय में अध्यन कर रही है। और 5 सालो से नियमित फुटबॉल खेल रही है। 2015 पिता का ह्रदय घात से निधन होने के बाद नंदनी बड़ी बेटी के रूप में परिवार की जिम्मेदारी उठा रही है देश के लिए फुटबॉल खेलना चाहती है। नंदनी की माता जी निशा सोलंकी ग्रहणी है छोटा भाई अभी अध्यन कर रहा है। 

नंदिनी के मामा गंजेंद्र सोलंकी जो शिक्षक है जिनका कहना है की नंदनी को खेलो में बचपन से रुचि थी पढ़ाई के साथ साथ उसे फुटबॉल से बहुत लगाव था उसने दिन रात मेहनत कर करीब एक दिन में 7से8 घंटे अभ्यास कर एमपी टीम में जगह बनाई है । नंदनी भी पुलिस में विभाग में बड़ा अफसर बनना चाहती है।

कुछ इस तरह की कहानी हर्षाली की भी है , हर्षाली दहारे मूलतः नर्मदा पुरम होंसंगा बाद कि है उसके पिता भी पुलिस विभाग में पदस्थ थे । हर्षाली को फुटबॉल की चाहत खरगोन खीच कर लाई हर्षाली ने खरगोन सोशल वारियर बालिका वर्ग की फुटबॉल खिलाड़ीयो को ओपन नेशनल और स्कूल गेम्स खेलते देखा खरगोन के खिलाड़ियों से प्रभावित होकर हर्षाली ने वर्ष 2018 में खरगोन का कल्ब ज्वाइन किया है और यही से हर्षाली ने नंदिनी के साथ आसाम में अपना पहला ओपन नेशनल अंडर 17 आयु वर्ग में खेला । खेलो इंडिया एमपी टीम के चयन के 5 दिवस पूर्व ही उसके पिता का स्वर्गवास हो गया था । उसके बावजूद उसके परिवार ने उसके पिता के सपने को पूरा करने के लिए उसे चयन स्पर्धा में शामिल कराया। दोनो बेटियो के जज्बा ने आज हमारे प्रदेश को कांस्य पदक दिलाने में अहम भूमिका निभाई है।

वाहिद खान ने आगे बताया की खेलो इंडिया यूथ गेम्स बालिका वर्ग फुटबॉल में बालिकाओं ने अपने पूल के पहले लीग मैच में दमन दीव को 17 गोलों से पराजित कर तीन अंक अर्जित किये। जबकि दूसरे मैच में मध्यप्रदेश को अरुणाचल प्रदेश से एक के मुकाबले तीन गोलों से पराजित होना पड़ा। लीग के अन्तिम मैच में मध्यप्रदेश ने केरल को एक के मुकाबले तीन गोलों से पराजित कर सेमी फाइनल में पहूँचने की उम्मीद बढ़ा दी। किन्तु पूल प्रतिद्वंदी टीम अरुणाचल प्रदेश ने दमन दीव टीम पर मध्यप्रदेश से ज्यादा गोल मार कर पूल में प्रथम स्थान प्राप्त कर सेमी फाइनल में प्रवेश किया और मध्यप्रदेश को दूसरे स्थान से सेमी फाइनल में प्रवेश मिला जिससे उसका मुकाबला दूसरे पूल की प्रथम टीम मणिपुर से हुआ। मैच में मध्यप्रदेश की बालिकाओं ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया किन्तु गोल बनाने में सफल नहीं रहीं, तथा मणिपुर से तीन शून्य से पराजित होकर तीसरे स्थान पर रही। 

प्रतियोगिता के नियमानुसार दोनो सेमी फाइनल मैच की रनर अप टीम को तीसरा स्थान प्रदान करते हुए कांस्य पदक ब्रोंज मेडल प्रदान किया गया। यह मध्यप्रदेश के फुटबॉल इतिहास में पहला अवसर है जब फुटबॉल खेल के पदक तालिका में मध्यप्रदेश का नाम अंकित हो गया। जो एक उपलब्धि है। और जिले के फुटबॉल खिलाड़ीयो मध्यप्रदेश बालिका फुटबॉल टीम के मैनेजर देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि हम गोल्ड जीत सकते थे क्योंकि सभी सिलेक्टेड खिलाड़ी अलग अलग जिलों से थे और आपने जिले के टॉप खिलाड़ी थे अगर हमारी टीम मध्यप्रदेश बालिका फुटबॉल टीम को मेहनत करने का कुछ समय केंप के लिए और मिला होता। फिर भी हमे खुशी है कि हमारे फुटबॉल प्रशिक्षक शालिनी सिंह विनीता ने बालिकाओं को 8 ,9 दिन के कम समय में प्रशिक्षण कर टीम सेट की ,एमपी टीम में सभी जिले के कोच जिनके बालिकाएं एमपी टीम में चयनित होकर टीम के लिए खेली है उन्हे इस काबिल बनाते हुवे इतना कुछ कर दिखाने की हिम्मत और टेक्निक सिखाई तथा हम खेलो इण्डिया यूथ गेम्स 2023 में तीसरा स्थान प्राप्त कर कांस्य पदक जीत कर पदक तालिका में फ़ुटबाल का नाम अंकित कर मध्यप्रदेश के फुटबॉल इतिहास में एक उपलब्धि हासिल कर मध्यप्रदेश को गौरवांवित किया। यह उपलब्धि उन सभी कोचों की और उन पालकों की है जिन्होंने बेटियो आगे बड़ाने सपोर्ट किया उन्हे प्रोत्साहित किया । 

मध्य प्रदेश फुटबॉल संघ में सचिव अमित देव रंजन ने कहा कि हमे उम्मीद है कि हम आने वाले समय मे फुटबॉल के लिए और कुछ अच्छा करेंगें। मध्यप्रदेश की बालिकाओं द्वारा फुटबॉल में दिलाई गई इस उपलब्धि पर मध्यप्रदेश फुटबॉल संघ अध्यक्ष त्रिलोक कोचर अखिल भारतीय फुटबॉल फेडरेशन के कार्यकारी सदस्य एच इन नकवी ,मध्यप्रदेश के मुख्य एवं सीनियर फुटबॉल कोच जे, पी, सिंह , जिला फुटबॉल संघ के कार्यकारी अध्यक्ष मुस्ताक खान , उपाध्यक्ष जितेंद्र हिरवे,कोषाआध्यकक्ष गौरव निखोरिया, अप्रिय मालवीय, राहुल बंसल, अभिजीत तोमर, नितेश राठौर, वरिष्ठ खिलाड़ी अनिल पांडे, प्रकाश अवाहड, निरंजन पाल, प्रदीप बदले, शाहिद शेख , जिले के अंतराष्टीय कराटे खिलाड़ी रवि जायसवाल , धर्मेंद्र चौहान, जवान सिंह एड, जसपाल सर, अज्जू मंडलोई, धर्मेंद्र मंडलोई, नंदनी के साथी खिलाड़ी शिल्पा सोनी, पूजा डावर, मान्या सैनी , कल्याणी भावसार, शिक्षक संदीप नंदूरकर विजय नंदुरकर, जिले के समस्त फुटबॉल कोच एवँ खिलाड़ियो ने मध्यप्रदेश की बालिकाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए टीम के के उज्जवल भविष्य की कामना की है ।