KURWAI जनता कर्फ्यू का भरपूर लाभ रेत खनन माफिया उठा रहे हैं

कुरवाई जिला विदिशा से बिलाल मोहम्मद की रिपोर्ट:- 
लॉकडाउन (जनता कर्फ्यू) का भरपूर लाभ कुरवाई राजस्व और थाना क्षेत्र में रेत खनन माफिया जमकर लाभ उठा रहे हैं। रेत के इस अवैध कारोबार में कुछ स्थानीय नेता भी शामिल हैं। जिनके संरक्षण पर बेतवा नदी से रेत का अवैध खनन और परिवहन धड़ल्ले से हो रहा है। कुरवाई क्षेत्र में अवैध रेत का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। जिन स्थानों पर रेत का खनन हो रहा है उन स्थानों पर रेत की कोई भी खदान लीज पर नहीं है फिर भी वहां रेत की चोरी बेखौफ हो रही है। 

शासन-प्रशासन, खनिज, विभाग लाख सफाई दे, कार्रवाई की बात करें लेकिन आज भी वर्षों से स्थानीय कुछ लोग अवैध रेत के कारोबार में निरंतर लगे हुए हैं। उनके इस कारोबार पर आज तक कोई कार्यवाही नही हुई और यही कारण है कि इनके कारोबार पर आज तक ना तो रुकावट आई और ना ही इन्हें कानून का भय है। रेत के अवैध खेल में इस समय लॉक डाउन (जनता कर्फ्यू) खनन माफियाओं के लिए सुनहरा अवसर लेकर आया है। लॉकडाउन जनता कर्फ्यू लगने के बाद से ही क्षेत्र के रेत कारोबारी नदियों से अवैध रूप से रेत का खनन परिवहन कर रहे हैं।

जानकारी मुताबिक कुरवाई राजस्व क्षेत्र के ग्राम पंचायत नाऊकुंड में बेतवा नदी के किनारे से खनन माफियाओं के द्वारा प्रतिदिन नदी से अवैध रेत का खनन परिवहन किया जा रहा है। बताया जाता है कि जिले में रेत खनन का ठेका लेने वाली कंपनी यहां अपने कर्मचारी बैठाकर अवैध रूप से रेत का खनन और परिवहन फर्जी टीपी के आधार पर करा रही है। यह क्षेत्र कुरवाई राजस्व एवं थाना अंतर्गत आता है लेकिन जिम्मेदार मामले से अनजान बनकर कार्रवाई से पल्ला झाड़ रहे हैं। 

अवैध उत्खनन से बेतवा नदी की पानी की धार कम होती जा रही है

कुरवाई राजस्व क्षेत्र में रेत का सबसे बड़ा कारोबार बेतवा नदी में है और यह नदी इस पूरे जिले सहित बीना और खुरई को भी रेत उपलब्ध करा रही है। कुरवाई के रेत माफियाओं द्वारा रेत के अवैध कारोबार का संचालन किया जा रहा है। यहां बेतवा नदी से रेत निकालने के बाद क्षेत्र के मुख्य रास्तों से रेत केेेे वाहन अवैध रूप निकलते हैंं और राजस्व और खनिज दोनों विभाग कार्रवाई करने से पीछे हट रहे हैं। अवैध उत्खनन से बेतवा नदी का स्वरूप बिगड़ता जा रहा है पानी की धार कम होती जा रही है। अवैध परिवहन से नदी के घाट नदी के आसपास के छोटे जंगलों के रास्ते आवाजाही से पेड़ पौधों को नुकसान हो रहा है। सबसे बड़ी बात विदिशा जिले को करोड़ों रुपए की राजस्व की हानि उठानी पड़ रही है।